दशहरा (Vijayadashami): इतिहास, महत्व, उत्सव और विविध परंपराएँ

 

दशहरा (Vijayadashami): इतिहास, महत्व, उत्सव और विविध परंपराएँ


प्रस्तावना

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण और धूमधाम से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। दशहरा न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और लोक जीवन में भी बहुत महत्व रखता है। इस लेख में हम दशहरा का पूरा इतिहास, उसकी पौराणिक कथाएँ, तिथि, विविधता, रीति-रिवाज, वर्तमान स्वरूप, और SEO दृष्टिकोण से सुझाव — सब विस्तार से देखेंगे।


1. दशहरा / विजयादशमी — नाम और तिथि

  • “दशहरा” या “दशहरा” नाम संस्कृत शब्द “दश + हरा” से आया है, जिसका अर्थ है “दस को हराना” — अर्थात् दस (रावण के दस मुख) का पराभव। (Encyclopedia Britannica)

  • यह त्योहार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। (Wikipedia)

  • Gregorian कैलेंडर में यह आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर महीने में आता है। (Wikipedia)

  • उदाहरण के लिए, वर्ष 2025 में विजयादशमी 2 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। (The Economic Times)


2. पौराणिक कथाएँ एवं इतिहास

दशहरा का इतिहास दो प्रमुख पौराणिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है — रामायण की कथा और दुर्गा महिषासुर वध की कथा।

2.1 रामायण और रावण वध

  • सबसे प्रसिद्ध कथा यह है कि भगवान राम ने रावण का वध किया, जिसने उनकी पत्नी सीता का हरण किया था। (blogs.ramagyaschool.com)

  • राम ने अपने भाई लक्ष्मण और वानर सेना (हनुमान एवं अन्य) की सहायता से लंका पर चढ़ाई की और रावण को पराजित किया। (blogs.ramagyaschool.com)

  • इस विजय को “अच्छाई की बुराई पर जीत” के रूप में माना जाता है, और यही संदेश दशहरा का मूल है। (Brandeis University)

2.2 दुर्गा एवं महिषासुर वध

  • एक अन्य कथा यह है कि देवी दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस को मारकर धर्म की पुनर्स्थापना की। (MyFlowerTree)

  • इस कथा के अनुसार, नौ रातों तक दुर्गा ने युद्ध किया और दसवें दिन विजय प्राप्त हुई। (JKYog)

  • भारत के पूर्वी हिस्सों में (विशेष रूप से बंगाल) दशहरा का रूप विजया दशमी कहलाता है, और इसे दुर्गा पूजा के समापन के रूप में मनाया जाता है। (Wikipedia)

2.3 राजकीय एवं ऐतिहासिक प्रसंग

  • माने जाते हैं कि मैसूर दशहरा (कर्नाटक) का इतिहास सदियों पुराना है। (Deccan Herald)

  • दासनादी वंशों, वाडेयर्स और अन्य राजवंशों ने इसे राज्य स्तरीय उत्सव बना दिया। (Deccan Herald)

  • 1610 में श्रीरंगपट्ना में आयोजित पहला राज्य-स्तरीय दशहरा उल्लेखनीय है। (indiachapter.in)

  • दशहरा के अवसर पर ऐतिहासिक युद्धों की शुरुआत, विजय जुलूस आदि घटना भी दर्ज हैं। (Deccan Herald)


3. महत्व और प्रतीकात्मक अर्थ

दशहरा सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि इसके कई आयाम हैं — धार्मिक, नैतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक।

  1. अच्छाई की जीत
    यह त्योहार अच्छाई, धर्म, सत्य की जीत का प्रतीक है — बुराई, अधर्म और भ्रष्टाचार पर विजय।

  2. आत्मिक संदेश
    रावण का दहन प्रतीक है — हमें अपनी आत्मा, अहंकार, लालच आदि अंदरूनी राक्षसों को जला देना चाहिए।

  3. नव आरंभ के लिए शुभ मुहूर्त
    कई लोग इस दिन नए काम आरंभ करते हैं — व्यापार, वाहन खरीदना, आदि। (TradeIndia)

  4. समाजिक और सांस्कृतिक एकता
    दशहरा विभिन्न रीति-रिवाजों, लोक कलाओं, रामलीला, संघर्ष आदि को एक साथ जोड़ता है।

  5. लोक मनोरंजन एवं उत्सव
    इसे मेले, नाट्य-प्रदर्शन, सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया जाता है।


4. विभिन्न क्षेत्रों में मनाने की विविधताएँ

भारत भर में दशहरा अलग-अलग रूपों से मनाया जाता है — नीचे कुछ प्रमुख क्षेत्रीय विशेषताएँ हैं:

क्षेत्र / राज्य विशेष स्वरूप / प्रथा विवरण / उदाहरण
उत्तरी, मध्य, पश्चिम भारत रामलीला व रावण दहन रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण की पुतलियाँ दहन करना। (Wikipedia)
पूर्वी भारत (बंगाल, असम, ओड़िशा) दुर्गा पूजा और विसर्जन दुर्गा पूजा के अंतिम दिन देवी की मूर्तियाँ नदी/तालाब में विसर्जित करना। (Wikipedia)
कर्नाटक (मैसूर दशहरा) भव्य शोभायात्रा, जुलूस महल से जुलूस, सजावट, नीचले वाहन, हाथी शोभा आदि। (Deccan Herald)
गोवा दसरो (Dasro) स्थानीय रूप से दशहरा को “दसरो” कहा जाता है; टरंगा (पवित्र छतरियाँ) पर्व। (Wikipedia)
गुजरात गरबा / डांडिया नवरात्रि के दौरान गरबा-डांडिया नृत्य, और दशहरा के दिन विशेष पूजा। (Wikipedia)

5. समारोह, रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ

दशहरा मनाने की बहुत सी प्रथाएँ हैं — कुछ मुख्य निम्नलिखित:

  • रामलीला: रामायण की कथा को नाटकीय रूप में प्रस्तुत करना।

  • रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण का दहन: बड़े पुतले बनाकर उन्हें फूँका जाना।

  • पूजा और हवन: विष्णु, राम या देवी दुर्गा की पूजा करना।

  • शस्त्र पूजन: कुछ स्थानों पर हथियारों और औजारों की पूजा।

  • प्रदर्शनी और मेले: त्योहारी मेले, बाज़ार, प्रदर्शनी शामिल होती हैं।

  • संस्कार और नव आरंभ: नए काम का शुभारंभ।

  • विसर्जन: विशेषकर दुर्गा पूजा समाप्ति के अवसर पर देवी की मूर्तियों का विसर्जन।


6. वर्तमान स्वरूप और सामाजिक प्रासंगिकता

  • दशहरा आज सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं रहा — यह सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन बन गया है, जिसमें कला, संस्कृति, पर्यटन और लोक जीवन का मेल दिखता है।

  • रामलीला मंचन, नाटक, सांस्कृतिक झांकियाँ और शोभायात्राएँ बड़े स्तर पर होती हैं।

  • राज्य एवं नगरपालिका कई स्थानों पर सार्वजनिक आयोजन करते हैं।

  • ट्रेंड्स: सोशल मीडिया पर वीडियो, तस्वीरें, लाइव प्रसारण आदि।

  • रावण पूजन के प्रति विविध दृष्टिकोण: कुछ स्थानों पर रावण की पूजा होती है। उदाहरण के लिए हिमाचल व कुछ अन्य स्थानों में रावण को श्रद्धा का पात्र माना जाता है। (Indiatimes)



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8. निष्कर्ष

दशहरा त्योहार हमें सिखाता है कि चाहे कितना भी बड़ा विपदा या बुराई हो, सत्य और धर्म का मार्ग अंततः विजयी होता है। यह न केवल पारंपरिक कथाओं की याद दिलाता है, बल्कि हमें आज भी प्रेरित करता है अपने अंदर के अहंकार, क्रोध और भय को जीतने का।



📘 दशहरा (विजयादशमी) – अति महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

1. दशहरा किस तिथि को मनाया जाता है?

उत्तर: अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को।

2. दशहरा को अन्य किस नाम से जाना जाता है?

उत्तर: विजयादशमी।

3. दशहरा किसकी विजय की स्मृति में मनाया जाता है?

उत्तर: भगवान राम की रावण पर विजय और माता दुर्गा की महिषासुर पर विजय की स्मृति में।

4. दशहरा का प्रमुख धार्मिक महत्व क्या है?

उत्तर: यह असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।

5. भारत के किस राज्य में दशहरे का सबसे भव्य उत्सव आयोजित होता है?

उत्तर: मैसूर (कर्नाटक) और कुल्लू (हिमाचल प्रदेश)।

6. मैसूर का दशहरा उत्सव कितने दिनों तक चलता है?

उत्तर: 10 दिन।

7. दशहरे पर रावण दहन की परंपरा क्यों है?

उत्तर: रावण का प्रतीकात्मक दहन बुराई और अहंकार के अंत का संदेश देता है।

8. कुल्लू दशहरा किस बात के लिए प्रसिद्ध है?

उत्तर: यहाँ रावण दहन नहीं किया जाता, बल्कि भगवान रघुनाथ की शोभायात्रा निकाली जाती है।

9. विजयादशमी पर शस्त्र-पूजा की परंपरा किससे जुड़ी है?

उत्तर: महाराज शिवाजी और क्षत्रिय परंपरा से।

10. दशहरे का संबंध कृषि से कैसे है?

उत्तर: यह खरीफ फसल की कटाई और नए कृषि चक्र की शुरुआत का प्रतीक है।

11. महिषासुर मर्दिनी के रूप में माता दुर्गा की विजय किस पर्व से जुड़ी है?

उत्तर: विजयादशमी (दशहरा)।

12. रामलीला का आयोजन दशहरे पर क्यों किया जाता है?

उत्तर: भगवान राम के जीवन, युद्ध और रावण वध की कथा को जनमानस तक पहुँचाने के लिए।

13. दशहरा का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

उत्तर: इसे शक्ति और साहस का प्रतीक मानते हुए कई राजाओं ने इस दिन युद्ध प्रारंभ किया।

14. दशहरा पर्व भारत के अलावा किन देशों में मनाया जाता है?

उत्तर: नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड आदि।

15. मैसूर दशहरे की शुरुआत किस राजा ने की थी?

उत्तर: नृपतुंगा राजा (9वीं शताब्दी) ने, और बाद में विजयनगर साम्राज्य व वाडियार वंश ने इसे और भव्य बनाया।

16. दशहरा का सांस्कृतिक महत्व क्या है?

उत्तर: यह लोककला, नृत्य, संगीत और नाटकों के माध्यम से समाज को एकजुट करता है।

17. विजयादशमी का उपयोग शिक्षा आरंभ करने में क्यों किया जाता है?

उत्तर: इसे शुभ मुहूर्त और विद्या की देवी सरस्वती की कृपा प्राप्ति का दिन माना जाता है।

18. रावण दहन में सबसे ऊँचा रावण पुतला कहाँ बनाया जाता है?

उत्तर: दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर 100 फीट से अधिक ऊँचे पुतले बनाए जाते हैं।

19. दशहरा पर्व हमें कौन-सा सामाजिक संदेश देता है?

उत्तर: बुराई का अंत निश्चित है और धर्म व सत्य की हमेशा विजय होती है।

20. आधुनिक समय में दशहरा किस प्रकार प्रासंगिक है?

उत्तर: यह समाज को अन्याय, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता के विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा देता है।


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