रेड क्रॉस और जेनेवा कन्वेंशन का इतिहास

 

रेड क्रॉस और जेनेवा कन्वेंशन का इतिहास

जेनेवा कन्वेंशन से रेड क्रॉस की शुरुआत हुई थी, यह एक ऐतिहासिक घटना थी जिसने आधुनिक मानवीय सहायता की नींव रखी। हालांकि, रेड क्रॉस की स्थापना 1863 में हुई थी, जबकि पहला जेनेवा कन्वेंशन 1864 में अस्तित्व में आया।1 रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट थे।2


रेड क्रॉस और जेनेवा कन्वेंशन का इतिहास

सोलफेरिनो की लड़ाई (1859) और हेनरी ड्यूनेंट का अनुभव

रेड क्रॉस की कहानी हेनरी ड्यूनेंट के व्यक्तिगत अनुभव से शुरू होती है। 24 जून, 1859 को, इटली के सोलफेरिनो में फ्रांस और ऑस्ट्रियाई सेनाओं के बीच एक भयानक युद्ध हुआ।3 ड्यूनेंट जो उस समय एक स्विस व्यवसायी थे, वहां मौजूद थे। उन्होंने हजारों घायल और मरते हुए सैनिकों को बिना किसी चिकित्सा सहायता के देखा। यह दृश्य इतना विचलित करने वाला था कि उन्होंने स्थानीय लोगों को संगठित करके घायल सैनिकों की देखभाल करना शुरू कर दिया, चाहे वे किसी भी पक्ष के हों। उन्होंने "टौस फ्रेरेस" (सभी भाई हैं) का नारा दिया।

"ए मेमोरी ऑफ सोलफेरिनो" और रेड क्रॉस की स्थापना

सोलफेरिनो के अनुभव से प्रेरित होकर, ड्यूनेंट ने एक किताब लिखी, जिसका शीर्षक था 'ए मेमोरी ऑफ सोलफेरिनो' (A Memory of Solferino)। 1862 में प्रकाशित इस किताब में उन्होंने दो क्रांतिकारी विचार रखे:

  1. युद्ध के मैदान में घायल सैनिकों की देखभाल के लिए एक तटस्थ और स्थायी राहत समाज का गठन किया जाए।

  2. एक अंतर्राष्ट्रीय संधि बनाई जाए जो युद्ध के समय घायल सैनिकों और चिकित्साकर्मियों की रक्षा करे।

ड्यूनेंट के विचारों को स्विट्जरलैंड के कुछ प्रभावशाली लोगों का समर्थन मिला और 1863 में, इंटरनेशनल कमिटी फॉर रिलीफ टू द वाउंडेड (International Committee for Relief to the Wounded) का गठन हुआ, जो बाद में इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) के रूप में जाना गया।4


पहला जेनेवा कन्वेंशन (1864)

ड्यूनेंट के दूसरे विचार को साकार करने के लिए, स्विट्जरलैंड सरकार ने 1864 में एक राजनयिक सम्मेलन आयोजित किया।5 इस सम्मेलन में 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।6 22 अगस्त, 1864 को, इन प्रतिनिधियों ने घायल सशस्त्र बलों की स्थिति में सुधार के लिए पहला जेनेवा कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए।7 यह पहला ऐसा अंतर्राष्ट्रीय कानून था जो युद्ध पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया था।

इस संधि के तहत, घायल सैनिकों को बिना किसी भेदभाव के चिकित्सा सहायता प्रदान करने का प्रावधान किया गया। साथ ही, चिकित्साकर्मियों, अस्पतालों और एम्बुलेंसों को सुरक्षा प्रदान की गई। एक विशिष्ट पहचान चिन्ह के रूप में लाल क्रॉस का प्रतीक अपनाया गया।

रेड क्रॉस का विस्तार और विकास

  • नोबेल शांति पुरस्कार: हेनरी ड्यूनेंट को 1901 में पहला नोबेल शांति पुरस्कार मिला।8

  • आज का स्वरूप: आज, रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट मूवमेंट में तीन मुख्य भाग शामिल हैं:

    1. इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC): यह युद्ध और संघर्ष क्षेत्रों में मानवीय सहायता प्रदान करता है।9

    2. इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (IFRC): यह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्य का समन्वय करता है।

    3. राष्ट्रीय समितियां: दुनिया भर के 192 देशों में राष्ट्रीय रेड क्रॉस या रेड क्रिसेंट समितियां मौजूद हैं।

आज रेड क्रॉस न केवल युद्ध बल्कि प्राकृतिक आपदाओं, महामारियों और अन्य मानवीय संकटों के समय भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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